कांग्रेस की पहली सूची में यूपी नहीं, सीट बंटवारे के बाद अब क्या अटका, अमेठी-रायबरेली पर भी सस्पेंस क्यों
भाजपा के बाद कांग्रेस की भी पहली सूची शुक्रवार की शाम आ गई। इसमें राहुल गांधी समेत कुल 39 प्रत्याशियों का नाम है। फिलहाल यूपी से किसी का नाम नहीं है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि यूपी में सीटों का बंटवारा होने के बाद भी मामला कहां अटक गया है। पहली लिस्ट में गांधी परिवार के गढ़ अमेठी और रायबरेली के भी शामिल नहीं होने के कई मायने निकाले जा रहे हैं। राहुल गांधी को केरल की वायनाड से प्रत्याशी बनाया गया है। राहुल यहीं से सांसद भी हैं। इस बार राहुल गांधी के वायनाड के साथ ही अमेठी और प्रियंका गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस भाजपा की सूची का इंतजार कर रही है। भाजपा ने पहली सूची में यूपी के 51 नामों का ऐलान किया था लेकिन अमेठी-रायबरेली से किसी का नाम घोषित नहीं किया है। जबकि अमेठी से स्मृति ईरानी लगातार प्रचार में भी लगी हैं।
ऐसा लग रहा है कि सोनिया गांधी के इस्तीफे के बाद रायबरेली लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस की चिंता गहराने लगी है। पार्टी नेतृत्व को लगातार यह फीडबैक मिल रहा है कि इस सीट पर गांधी परिवार के बाहर के किसी प्रत्याशी को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। पार्टी कार्यकर्ता लगातार यह संदेश दे रहे हैं कि इस सीट पर अपना कब्जा बनाए रखने के लिए सबसे अच्छा विकल्प यही है कि वह प्रियंका गांधी को चुनाव मैदान में उतारें।
रायबरेली से सोनिया गांधी लगातार चार बार सांसद चुनी गई थीं। राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने जाने के बाद उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दिया। इससे पहले वह 2004 में इस सीट से पहली बार लोकसभा सदस्य चुनी गई थीं। उनसे ठीक पहले 1999 में कांग्रेस के ही कैप्टन सतीश शर्मा रायबरेली सीट से चुने गए थे, जबकि 1999 में सोनिया गांधी अमेठी से लोकसभा सदस्य चुनी गई थीं। वर्ष 2004 में वह अमेठी छोड़कर रायबरेली आ गईं तो अमेठी से राहुल गांधी पहली बार सांसद चुने गए।
गांधी परिवार का गढ़ रहे अमेठी व रायबरेली लोकसभा क्षेत्र में उथल-पुथल की स्थिति इसी बार पैदा हुई है, क्योंकि राहुल गांधी अमेठी से पिछला चुनाव हार गए थे और सोनिया गांधी ने इस बार लोकसभा चुनाव से किनारा कर लिया है।
वैसे कार्यकर्ताओं की मांग के विपरीत भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि प्रियंका गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छुक नहीं हैं। ऐसे में रायबरेली से पार्टी को गांधी परिवार के बाहर से कोई प्रत्याशी देना पड़ेगा। पार्टी फिलहाल पशोपेश में है। यूपी कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं और जनता की भावनाओं का जिक्र करते हुए गांधी परिवार से चुनाव लड़ने की अपील तो करते हैं लेकिन यह भी कहते हैं कि यह फैसला परिवार को खुद ही लेना है। ऐसे में अब पार्टी की निगाह परिवार के फैसले पर टिकी है।
कांग्रेस ने जिन 39 नामों को ऐलान किया वह सात राज्यों से हैं। प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर रहे महासचिव केसी वेणुगोपाल ने बताया कि अभी केवल केरल, छत्तीसगढ़, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा, सिक्किम, तेलंगाना और लक्ष्यद्वीप राज्यों के प्रत्याशियों पर ही चर्चा की गई है। अन्य राज्यों पर चर्चा अगली बैठक में होगी और उसके बाद लिस्ट भी जारी की जाएगी।
पहली सूची में यह नाम
केरल
कासरगोड- राजमोहन उन्नीथन
कन्नूर- के. सुधाकरन
वडकारा- शफ़ी परम्बिल
वायनाड- राहुल गांधी
कोझिकोड- एम.के. राघवन
पलक्कड़- वी.के. श्रीकंदन
अलाथुर (एससी)-सुश्री. रेम्या हरिदास
त्रिशूर- के. मुरलीधरन
चालकुडी- बेनी बहनान
एर्नाकुलम- हिबी ईडन
इडुक्की- डीन कुरियाकोस
मवेलिककारा (एससी)- कोडिकुन्निल सुरेश
पथानमथिट्टा- एंटो एंटनी
अट्टिंगल- अदूर प्रकाश
तिरुवनंतपुरम- डॉ. शशि थरूर
कर्नाटक
बीजापुर (एससी)- एच.आर. अलगुर (राजू)
शिमोगा-श्रीमती गीता शिवराजकुमार
हसन- एम. श्रेयस पटेल
तुमकुर- एस.पी. मुद्दाहनुमेगौड़ा
मांड्या- वेंकटरामेगौड़ा (स्टार चंद्रू)
बेंगलुरु ग्रामीण- डी के सुरेश
छत्तीसगढ
जांगिड़-चांपा- डॉ. शिवकुमार डहरिया
कोरबा- ज्योत्सना महंत
राजनांदगांव-भूपेश बघेल
दुर्ग-राजेन्द्र साहू
रायपुर- विकास उपाध्याय
महासमुंद- तारध्वज साहू
तेलंगाना
जहीराबाद- सुरेश कुमार शेटकर
चेवेल्ला-सुनीता महेंदर
नलगोंडा- रघुवीर कुंडुरु
महबूबाबाद- बलराम नाइक पोरिका
मेघालय
शिलांग- विंसेंट एच पाला
तूरा- सालेंग ए संगमा
नगालैंड
नगालैंड- एस सुपोंगमेरेन जमीर
सिक्किम
सिक्किम- गोपाल छेत्री
त्रिपुरा
त्रिपुरा पश्चिम- आशीष कुमार साह
लक्षद्वीप
लक्षद्वीप- मोहम्मद हमीदुल्लाह सईद