बहुत ही कम समय में फराहन अख्तर ने कड़ी मेहनत से खुद को फिल्मी दुनिया में स्थापित किया है। साथ ही वह सफल निर्माता-निर्देशक भी हैं। फरहान ने अपने करियर की शुरुआत महज 17 साल की उम्र में बतौर सहायक निर्देशक की थी। उन्होंने फिल्म ‘दिल चाहता है’ से निर्देशक के रूप में डेब्यू किया। फिल्म को आलोचकों की काफी तारीफ मिली। फरहान ने फिल्म ‘राॅक ऑन’ से एक एक्टर के रूप में करियर की शुरुआत की
इस फिल्म में अख्तर ने गायकी भी की। फरहान को फिल्म ‘राॅक ऑन’ के लिए नेशनल अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। फरहान की अन्य मुख्य फिल्में ‘जिन्दगी ना मिलेगी दोबारा’, ‘दिल धड़कने दो’, ‘भाग मिल्खा भाग’, ‘कार्तिक काॅलिंग कार्तिक’ हैं।
आज एक बार फिर फरहान को अपने फ़िल्म तूफान के लिए काफी प्रशंसा मिल रही है। इस फ़िल्म में उन्होंने जबरदस्त अभिनय किया है। उनके इस फ़िल्म की तारीफ जितनी की जाए कम है।
तूफान की कहानी कुछ ऐसी।

तूफान एक ऐक्शन स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म है। लीड रोल में फरहान अख्तर हैं और कहानी उनके ही किरदार अजीज अली उर्फ अज्जू भाई के इर्द-गिर्द घूमती है। अज्जु एक सड़कछाप बदमाश है। एक बड़े अपराधी का गुर्गा है। वसूली करता है। मारपीट करता है। लेकिन उसकी जिंदगी रातों-रात बदल जाती है, क्योंकि उसे डॉ. अनन्या से प्यार हो जाता है। डॉ. अनन्या के किरदार में मृणाल ठाकुर हैं। वह एक अच्छी लड़की है। सही-गलत का फर्क समझती है। वह अजीज अली से कहती है कि वह खुद चुने कि उसे अज्जू वसूली भाई बनना है या अजीज अली, एक सम्मानित बॉक्सर?
फरहान के अलावा भी कई सितारे फ़िल्म में।

फ़िल्म में फरहान अख्तर को राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाजी खिलाड़ी की भूमिका निभाते हुए दिखाया जाएगा। इसे पूरे मुंबई में डोंगरी स्लम और गेटवे ऑफ इंडिया जैसे वास्तविक स्थानों पर शूट किया गया है। दो अभिनेताओं के अलावा, फिल्म में परेश रावल, सुप्रिया पाठक कपूर, हुसैन दलाल, मोहन अगाशे और दर्शन कुमार जैसे सितारे हैं।
तूफान है अजीज अली की कहानी।
तूफान बॉक्सर अजीज अली की कहानी है। जो सड़क से उठकर देश का सबसे बड़ा बॉक्सर बन जाता है। अजीज के रोल में फरहान अख्तर का काम देखने लायक है। इस फिल्म में उनकी हीरोइन हैं मृणाल ठाकुर जिन्होंने फिल्म में एक डॉक्टर का रोल निभाया है। उनके अलावा फिल्म में बड़ा रोल परेश रावल का भी है। जिन्होंने कोच के रोल में फिल्म में जान डाल दी है।
कहानी कुछ इस प्रकार घूमती है।

अजीज के घर के पास एक पारसी जिम मालिक है। वह अजीज को लेजेंड बॉक्स मुहम्मद अली के वीडियोज दिखाते हैं। कहते हैं, ‘बॉक्सिंग और भाईगीरी में यही फर्क है। बॉक्सिंग एक खेल है, जिसके लिए टेक्निक की जरूरत है, अनुशासन चाहिए, धैर्य चाहिए, सिर्फ ताकत से काम नहीं चलता।’ अजीज की क्षमताओं को देखते हुए उसे बॉक्सिंग कोच नाना प्रभु (परेश रावल) के पास भेजा जाता है। नाना प्रभु दादर में रहते हैं और वह डोंगरी के कुख्यात इलाके से एक मुस्लिम लड़के को अपने पास देखकर थोड़े सावधान भी हैं। लेकिन वह अजीज को अपने विंग में ट्रेनिंग देने के लिए राज़ी हो जाते हैं। नाना प्रभु ही अजीज अली को ‘तूफान’ नाम देते हैं। लेकिन गुरु और चेले के रिश्तों में खटास भी आती है। कहानी आगे बढ़ती है तो कुछ निजी कारणों से अजीज और नाना प्रभु का रिश्ता बिगड़ जाता है।
इस कहानी के मूल में प्रेम कहानी है, लेकिन बॉक्सिंग फिल्म को गति देती है। हालांकि, कई बार ऐसा लगता है कि एक चीज दूसरे को काट भी रही है।
कलाकार- फ़रहान अख़्तर, मृणाल ठाकुर, परेश रावल, हुसैन दलाल, विजय राज़, सुप्रिया पाठक आदि।
निर्देशक- राकेश ओमप्रकाश मेहरा
निर्माता- फ़रहान अख़्तर, राकेश ओमप्रकाश मेहरा, रितेश सिधवानी।
प्लेटफॉर्म- अमेज़न प्राइम वीडियो
रेटिंग- *** (तीन स्टार)