उत्तराखंड अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। उत्तराखंड में ऐसी कई चीजें हैं जो लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। पर्यटक उत्तराखंड आकर प्रकृति को अच्छे से जान पाते हैं। पर्यटक उत्तराखंड के सभी जगहों पर आसानी से घूमते हैं। पर उत्तराखंड में एक ऐसा जगह है जो अभी तक पर्यटन का स्थान नहीं पा सका है। पर्यटक इस जगह के बारे में अच्छे से जानते भी नहीं है। पर यह जगह अपने आप में बहुत ही खूबसूरत है। आइए जानते हैं इस जगह के बारे में।
अत्यंत खूबसूरत है यह जलप्रपात।
उत्तराखंड का खूबसूरत छिड़ेश्वर जल प्रपात बहुत ही खूबसूरत जल प्रपात है। इस जलप्रपात के बारे में पर्यटक काफी कम संख्या में जानते हैं। जो लोग जानते भी हैं वह चाह कर भी वहां नहीं जा सकते। क्योंकि इस जलप्रपात तक पहुंचने के लिए रास्ता है ही नहीं। बेरीनाग तहसील मुख्यालय से मात्र 10 किमी. की दूरी पर गराऊं ग्राम सभा के अंतर्गत आने वाला यह जल प्रपात अभी तक पर्यटन स्थल में अपना नाम दर्ज कराने का इंतजार कर रहा है।
पैदल चलने के बाद जलप्रपात का दर्शन ।
इस खूबसूरत जलप्रपात को देखने के लिए तीन किलोमीटर की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। जो लोग इसके बारे में जानते है वही यहाँ तक पहुँच पाते हैं। 90 फिट की ऊंचाई से गिरने वाले इस प्रपात का जल जब तल पर स्थित सूर्यकुंड पर पड़ती हैं तो यह खूबसूरत नजारा लोगों के लिए बेहद आकर्षण का केंद्र रहता है।
पर्यटन से जुड़े सभी योजना फेल।
उत्तराखंड में पर्यटन के लिए सरकार कई योजना चलाती है। पर्यटन के विकास के लिए उत्तराखंड सरकाए हमेशा सजग रही है पर इस जलप्रपात पर सरकार की दृष्टि नही जा रही है। इस जल प्रपात के ओर आने-जाने का अगर मार्ग बना दिया जाए तो यह पर्यटन की दृष्टि से काफी फायदेमंद साबित होगा।
खुल जाएंगे रोजगार के अवसर।
इस जल प्रपात के ओर जाने के लिए सड़क का निर्माण अगर होता है तो यह वहां के लोगों के लिए वरदान से कम नही होगा। कई लोगों को इससे रोजगार भी मिलेगा। जल प्रपात को सड़क से जोडऩे के लिए पिछले एक दशक से देवीनगर, हलियाडोप और ढिनोली से सड़कें बनाई जा रही हैं, लेकिन अभी तक एक भी सड़क पूरी नहीं हो सकी है।
जलप्रपात के बारे में लोगों को बता रहे युवा।
सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश पंत और दीप पंत के द्वारा जल प्रपात के प्रचार-प्रसार के लिए इंटरनमेट मीडिया के जरिए प्रचार-प्रसार किया गया । कई पर्यटकों ने इसकी जिज्ञासा दिखाई, लेकिन सड़क के अभाव में पर्यटकों ने यहां का रूख नहीं किया। पर्यटकों के लिए इस जल प्रपात की ओर सड़क का निर्माण कराना अत्यंत आवश्यक है। पेयजल मंत्री ने यह भरोसा दिया है कि जल्द ही इस जल प्रपात की कायापलट होगी। सड़क के निर्माण के बाद इस जल प्रपात को पर्यटन नक्शे में भी शामिल किया जाएगा।
देखने वाली बात होगी कि इस जल प्रपात को अपना अधिकार मिलता है या नही ।