अच्छा स्वास्थ्य मनुष्य के लिए कितना जरूरी है, यह तो हम सभी जानते हैं। एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का विकास होता है, जो कि मानव को सफलता के पथ पर अग्रसर करता है, लेकिन यह सब जानते हुए भी आजकल पैसे कमाने की होड़ में मनुष्य अपने शरीर के प्रति लापरवाह हो गया है, जिसका खामियाजा अपनी जान की कीमत देकर तक भुगतना पड़ता है।
सही मायने में एक स्वस्थ व्यक्ति वही माना जाता है कि, जो कि किसी भी तरह की शारीरिक बीमारियों और मानसिक तनाव से मुक्त होता है। स्वस्थ्य शरीर में ही स्वस्थ एवं अच्छी सोच विकसित होती है। इसलिए सफल और आनंदित जीवन के लिए अच्छे स्वास्थ्य का होना काफी महत्वपूर्ण है। आज हम आपको मानसून में खानपान से होने वाले इन्फेक्शन से बचे रहने के उपायों को बताएंगे।
मानसून में बीमारियों का खतरा।
मानसून के नमी वाले मौसम में बैक्टीरिया अधिक पनपते हैं, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बरसाती मौसम के दौरान खानपान का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। गलत खानपान इम्यूनिटी को कमजोर कर देता है, जिससे आप जल्दी सर्दी-खांसी, जुकाम, गले में खराश व खांसी और इंफेक्शन जैसी बीमारियों के घेरे में आ जेते हैं। ऐसे में मानसून के दौरान आपका डाइट प्लान अच्छा होना चाहिए।
उबालकर पानी पिएं।
मानसून के दौरान आप जो भी खाएं उसमें विटामिन्स, प्रोटीन, बीटा कैरोटीन, मैग्नीशियम, जिंक, आयरन, प्रीबायोटिक, सेलेनियम, फॉलिक एसिड जैसे सभी न्यूट्रिशन मौजूद हो। साथ ही भरपूर पानी पीएं लेकिन अच्छी तरह उबालकर। उबालकर पानी पीने से पानी स्वक्छ और साफ हो जाता है। गंदे पानी से पेट की भी समस्या अधिक होती है।
संतुलित आहार का सेवन करें।
इस मौसम में हल्का, संतुलित आहार का सेवन करें। गेंहू, मक्का, जौ, बेसन जैसे साबुत सूखे अनाज और मूंग, चना जैसी दालों को शामिल करना बेहतर है। प्रोटीन, लौह और मैगनीशियम युक्त इन खाद्य-पदार्थों के सेवन से वॉटर रिटेंशन कम होता है और शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार होता है।
मौसमी फल फायदेमंद।
आहार में मौसमी फल-सब्जियों को ज्यादा से ज्यादा शामिल करें। घिया, तोरई, टिंडा, भिंडी, फ्रैंच बींस जैसी सुपाच्य सब्जियों का सेवन करें। करेला, मूली जैसी कड़वी तासीर वाली सब्जियां संक्रमण से बचाती हैं। इसलिए जरूरी है मौसमी साग-सब्जियों का ही इस्तेमाल हो। इससे सेहत अच्छा रहेगा।
पाचन शक्तियों के लिए यह तमाम चीजें जरूरी।
भोजन में अदरक, लहसुन, पुदीना, धनिया, काली मिर्च, हल्दी, हींग, मेथी, काली मिर्च, तुलसी, इलायची, सौंफ, अजवायन, करी पत्ता जैसे मसालों का उपयोग करें, ये पाचन शक्ति बढ़ाने में उपयोगी हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए रात को सोने से पहने हल्दी वाला गर्म दूध जरूर लें।
ताजे फल सब्जियों का इस्तेमाल करें।
बैक्टीरिया पनपने की आशंका से पालक, पत्ता गोभी, फूलगोभी जैसी हरी पत्तेदार सब्जियों से परहेज करें, जरूरी
हो तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखकर बनाएं। ताजे फलों का ही सेवन करें। दागी, कटे-फटे या ढीले-गले हुए फल खाने से बचें। क्योंकि आपकी पाचन प्रक्रिया को प्रभावित करते हैं।