उत्तराखण्ड में पर्यटन और तीर्थाटन इस राज्य में आय का प्रमुख स्रोत और यहाँ की अर्थव्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण घटकों में से एक है। उत्तराखण्ड में भारत के कुछ सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं जैसे नैनीताल, मसूरी, देहरादून, कौसानी इत्यादि। इसके अतिरिक्त यहाँ कुछ प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान भी हैं जैसे फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान, जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान, राजाजी राष्ट्रीय अभयारण्य, नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान इत्यादि। यह सब स्थल भी देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
पर्यटन को आगे बढ़ाने के लिए सरकार आगे।
उत्तराखंड को पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सरकार भी मूड में है। उत्तराखंड को वर्ष 2027 तक विश्व प्रसिद्ध पर्यटक प्रदेश बनाने का धामी सरकार का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने इसके लिए दिल्ली में जाकर केंद्रीय पर्यटन मंत्री से भी बात की है। धामी ने कहा कि उत्तराखंड को 2027 तक इतना सुंदर बनाना है कि यह पूरे विश्व में उत्तराखंड के सुंदरता का डंका बजे। उनका लक्ष्य जल्द ही पूरा होगा।
गाँव को इंटरनेट से जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गाँव के विकास पर भी बल दिया है। इसके लिए उत्तराखंड के सीमांत गांवों को संचार कनेक्टिविटी से जोड़ने पर काम किया जा रहा है।उन्होंने केंद्रीय सूचना एवं प्रोद्योगिकी मंत्री से मुलाकात के दौरान राज्य के छह हजार सीमांत गांवों को भारत नेट के माध्यम से इंटरनेट से जोड़ने के संबंध में बात की। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट अंतिम चरण में है। जल्द ही इन गांवों को इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा। इससे गांव के लोगों को काफी फायदा मिलेगा। अभी इन गांव में बहुत समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जहां इस कोरोना काल में ऑनलाइन पे ज्यादा जोड़ दिया जा रहा है वही यहां इंटरनेट के सुविधा पहुँचने से काफी लाभ होगा।
मुख्यमंत्री ने रेलमंत्री से भी की मुलाकात।
अपने दिल्ली दौरे में मुख्यमंत्री धामी ने रेल मंत्री से भी मुलाकात की। उन्होंने बातचीत में चारधाम के लिहाज से महत्वपूर्ण ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने के लिए आग्रह किया। इसके अलावा ऋषिकेश से उत्तरकाशी के लिए रेल लाइन के लिए सर्वे करने, डोईवाला-ऋषिकेश लाइन को दुरुस्त करने, टनकपुर-बागेश्वर के बीच ब्राड गेज की रेल लाइन का सर्वे पूर्ण करने, रुड़की-देवबंद रेल लाइन आदि के बारे में भी रेल मंत्री से विचार-विमर्श किया। इन चारधाम को आपस में जोड़ने के बाद यात्रियों को काफी सुविधा होगा। धामी ने कहा कि वह उत्तराखंड के विकास के लिए जितना होगा उतना करेंगे। उनका लक्ष्य है कि उत्तराखंड पूरे विश्व में एक अलग पहचान बनाए।