मसूरी: कोरोना की स्थिति जैसे-जैसे सामान्य हो रही है वैसे सरकार के तरफ से भी कुछ ढील दिया जा रहा है । पर इस ढील के साथ लोगों में कोरोना के प्रति कोई डर का माहौल नही दिख रहा है । प्रसिद्ध पर्यटक स्थल कैम्पटी फाल में पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। कोरोना से बेखौफ होकर पर्यटक झील में आनंद उठाते दिख रहे है।
कैम्पटी फाल में पर्यटकों की उमड़ी भीड़।

कैम्पटी फाल में प्रशासन के द्वारा 50 व्यक्तियों का ही प्रवेश करना है पर 50 से अधिक संख्या में लोग शुक्रवार को देखे गए है। पर्यटकों की इतनी भीड़ उमड़ी थी कि प्रशासन को खुद पर्यटकों को हटाना पड़ा। पहले तो कैम्पटी थाना पुलिस ने पर्यटकों को समझाने का प्रयास किया लेकिन उनके न मानने पर अतिरिक्त पुलिस बुलाने की नौबत आ गई। झील में ऐसे बेखौफ पर्यटकों को कोरोना का डर बिल्कुल भी नही सता रहा था ।
प्रशासन द्वारा कड़ा रुख अपनाया गया।

प्रशासन को झील से लोगों को निकालने के लिए शख्ती भी करना पड़ा। लोग बिल्कुल भी प्रशासन की बातों को नही मान रहे थे। कड़ा रुख अपनाने के बाद लोग झील से बाहर आए। प्रशासन द्वारा झील का पानी कम कराया गया और 50 की संख्या में ही लोगों को झील के अंदर प्रवेश दिया गया।
प्रशासन ने चेक पोस्ट बनाया ।
व्यवस्था अच्छे से हो सके इसलिए प्रशासन द्वारा चेक पोस्ट भी बनाया गया है। वन विभाग की चौकी के पास यह चेक पोस्ट बना है। कैम्पटी फाल में प्रशासन व व्यापारियों की बैठक में सर्वसम्मति से तय किया गया कि झील को जाने वाले मुख्य मार्ग पर बैरिकेडिंग लगाकर 50 पर्यटकों को एक समय में मुख्य झील भेजा जाएगा। इसके आधे घंटे बाद हूटर बजेगा और पहले गए व्यक्तियों को बाहर निकालकर अन्य 50 व्यक्तियों को झील में भेजा जाएगा।
उल्लंघन करने वालो पे होगी करवाई।
प्रशासन द्वारा नियम का उल्लंघन करने वालों पे शख्त कारवाई होगी। मसूरी में कोई भी पर्यटक अब कोरोना निगेटिव रिपोर्ट और सिटी पोर्टल पर पंजीकरण करवाए बिना प्रवेश नहीं कर सकेगा। इसके लिए प्रशासन ने शख्त नियम बनाए है ।शुक्रवार को कुलड़ी क्षेत्र स्थित एक होटल में एसपी ट्रैफिक स्वप्न किशोर सिंह ने मसूरी होटल एसोसिएशन, मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन, टैक्सी यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि कोविड गाइडलान का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन द्वारा कोरोना को लेकर जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा । वही ट्रैफिक एसपी का कहना है कि लोगों से कोरोना के नियमों का पालन करवाना प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है।