देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर की रफ्तार अब थमने लगी है। हालांकि, कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए देश में तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। हाल ही में भारत सबसे अधिक वैक्सीन की डोज लगाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया। लेकिन अब वैक्सीन की किल्लत एक बार फिर टीकाकरण अभियान पर ग्रहण बनती नजर आ रही है।
उत्तराखंड को मिला वैक्सीन की एक लाख खुराक।
उत्तराखंड समेत कई राज्यों में वैक्सीन का स्टॉक खत्म होने की शिकायत मिल रही थी। उत्तराखंड के अधिकतर सेंटर बंद होने के चलते टीका लगवाने वाले लोगों को निराश होकर घर लौटना पड़ रहा था । पर अब उत्तराखंड को वैक्सीन की 1 लाख खुराक मिली है। एक दिन पहले कोविशील्ड की 76 हजार खुराक राज्य को मिली थीं। इसके अलावा 61 हजार खुराक आज पहुंच रही हैं। अब टीकाकरण अभियान को अगले कुछ दिनों तक गति प्रदान होगा।
लोगों के लिए खुशी की खबर।
समस्त उत्तराखंड वासियों के लिए यह खुशी की खबर है। वैक्सीन की किल्लत से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था । अब वैक्सीन के मिल जाने से राज्य वासियों में खुशी की लहर है। वैक्सीन नहीं होने के कारण देहरादून, ऊधसिंहनगर, हरिद्वार सहित अन्य जिलों में कई टीकाकरण केंद्र भी बंद करने पड़े थे । अब अभियान धीरे-धीरे फिर रफ्तार पकड़ने लगा है।
पहली खुराक भी बंद करनी पड़ी थी।
पिछले कुछ वक्त से वैक्सीन की किल्लत बनी हुई थी। ज्यादा दिक्कत कोविशील्ड को लेकर थी। टीकाकरण के शुरुआती चरण में 45 साल से अधिक के ज्यादातर व्यक्तियों को पहली खुराक के तौर पर कोविशील्ड ही लगाई गई थी। इनमें से ज्यादातर लोग दूसरी खुराक के लिए जरूरी 84 दिन की अवधि पूरी कर चुके हैं। इनकी संख्या बढ़ने के कारण स्वास्थ्य विभाग को 45 साल से अधिक के व्यक्तियों के लिए पहली खुराक भी बंद करनी पड़ी थी।
टिकाकारण में तेजी लौटेगी।
अब तक राज्य में 39 लाख 37 हजार 115 व्यक्तियों को वैक्सीन की पहली खुराक लग चुकी है। दस लाख 20 हजार 87 व्यक्तियों को दोनों खुराक लग गई हैं। 18-44 आयु वर्ग में 16 लाख 56 हजार 337 व्यक्तियों को पहली और 40 हजार 905 व्यक्तियों को दोनों खुराक लगी है। अब वैक्सीन के उपलब्धता से राज्य में और तेजी से कार्य होगा। प्रशासन भी वैक्सीन के खुराक को लेकर सक्रिय है। वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूकता अभियान भी प्रशासन के द्वारा चलाया जा रहा है। टीकाकरण के लिए जिले में 98 केंद्र बनाए गए हैं।