उत्तराखंड

उ.रा.प्रा.शि संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि मुख्य शिक्षा अधिकारी वा जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा वेतन आहरण हेतु पत्र दिए जाने पर भी नहीं मिला शिक्षकों को वेतन।

उ.रा.प्रा.शि संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि मुख्य शिक्षा अधिकारी वा जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा वेतन आहरण हेतु पत्र दिए जाने पर भी नहीं मिला शिक्षकों को वेतन।

उ.रा.प्रा.शि संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि मुख्य शिक्षा अधिकारी वा जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा वेतन आहरण हेतु पत्र दिए जाने पर भी नहीं मिला शिक्षकों को वेतन।

उत्तराखंड (देहरादून) मंगलवार, 31 दिसम्बर 2024

डोईवाला ब्लॉक में ऑफिस की स्थिति कुछ लोगों के कारण तथा ब्लॉक के मुख्य पदाधिकारी के निष्क्रियता के कारण बहुत बुरा हाल बना हुआ है। जिस कारण ब्लॉक के छः से सात शिक्षकों का अकारण वेतन रोक दिया गया। इस प्रकरण पर सबसे अधिक श्रीमान देवेश डोभाल जी, मनीष भाई, सिद्धार्थ भाई और सचिन त्यागी जी (जो इस ब्लॉक के न होते हुए भी,इस प्रकरण पर कार्य कर रहे थे) द्वारा बहुत परिश्रम किया गया है। इसी क्रम में जिले में मुख्य शिक्षा अधिकारी महोदय से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी, बेसिक द्वारा हर संभव सहयोग प्राप्त हुआ,वेतन आहरण हेतु पत्र भी जारी हुए।

दिनाँक 16 दिसंबर 2024 को इसी क्रम में डोईवाला के शिक्षकों के अन्य प्रकरणों के निस्तारण हेतु DYEO डोईवाला से वार्ता के समय उनके द्वारा सभी शिक्षकों के अवरोधित वेतन के सम्बंधित शिक्षकों के खातों में हस्तानंतरण के आदेश हुए थे,लेकिन इनमें से केवल श्रीमान दीपक भारद्वाज जी का ही वेतन दिनाँक को जारी हुआ। पटल प्रभारी द्वारा उक्त वार्ता के पश्चायत वेतन बिल खातों में भेजने हेतु ट्रेज़री में प्रेषण किया जा चूका है। लेकिन बड़े ही खेद का विषय है कि आज दिनांक 31 दिसंबर तक उक्त छः अध्यापकों का वेतन उनके खातों में नहीं आया है।

वास्तव में डोईवाला के प्रमुख पदाधिकारी कर क्या रहे हैं, केवल श्रेय तक ही पिछले अनेक वर्षों तक आपने आप को सीमित रखा गया है। इसी क्रम में मेरे द्वारा आज वेतन सम्बंधित CEO /DEO से वार्ता के बाद पटल प्रभारी से भी कठोरता से वेतन हेतु व्यक्तिगत प्रयास को कहा गया है, साथ ही श्रीमान देवेश डोभाल जी को स्वयं ट्रेज़री में वेतन भुगतान हेतु बिल के वास्तविक स्थिति के विषय में जानकारी प्राप्त करने का आग्रह किया गया था, उनके द्वारा शीघ्रता से ट्रेज़री जा कर पता किया गया, पता चला कि आज ही अभी अभी (देवेश जी के तत्समय ट्रेज़री में पहुंचने से कुछ समय पूर्व वेतन निर्गत करने हेतु) किसी के द्वारा वेतन निर्गत हेतु आदेशित किया गया है।

इस प्रकरण में मैं स्वयं ये नहीं समझा कि उक्त शिक्षकों का आखिर डोईवाला में कौन जानबूझ कर वेतन रोके बैठा था, ये आप सभी को जानने और पहचान करने की जरुरत है। चुनाव पास हैं, इसके बाद आप के साथ भी ऐसी ही परिस्थिति उत्पन्न हो सकती है। जरूरी है कि आप वास्तव में जो शिक्षक की समस्याओं का निदान करने हेतु लगातार प्रयासरत रहे हो या अभी भी दिन रात जूझ रहें हो, की पहचान कर प्रचण्ड बहुमत से विजयी बनाएंगे ऐसी आप सभी से प्रबल कामना है।नक़लो और श्रेय लेने वालों को पहचान कर उनसे शिक्षक और छात्र हित में दूर रहें।

Team UK News

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