कैप्सी और एपीडीआई 19वीं सिक्योरिटी लीडरशिप समिट 2024 में उत्तराखंड के देवव्रत पूरी गोस्वामी (डिटेक्टिव देव ) को भारत के इन्वेस्टीगेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया।
कैप्सी और एपीडीआई 19वीं सिक्योरिटी लीडरशिप समिट 2024 में उत्तराखंड के देवव्रत पूरी गोस्वामी (डिटेक्टिव देव ) को भारत के इन्वेस्टीगेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया।
कैप्सी और एपीडीआई 19वीं सिक्योरिटी लीडरशिप समिट 2024 में उत्तराखंड के देवव्रत पूरी गोस्वामी (डिटेक्टिव देव ) को भारत के इन्वेस्टीगेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया।
उत्तराखंड (देहरादून) बुधवार, 27 नवंबर 2024
कैप्सी और एपीडीआई 19वीं सिक्योरिटी लीडरशिप समिट 2024 में उत्तराखंड के देवव्रत पूरी गोस्वामी (डिटेक्टिव देव ) को भारत के इन्वेस्टीगेशन लीडरशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया। डिटेक्टिव देव को उनके द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्यो के लिए भारत की एसोसिएशन ऑफ़ प्रोफ़ेशनल डिटेक्टिव्स एंड इन्वेस्टिगेटर्स और सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ़ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री के सिक्योरिटी लीडरशिप 2024 समिट में सम्मानित किया गया।
इस महत्वपूर्ण ईवेंट में सर्वोच्च नेतृत्वकर्ता, नीति निर्माता और औद्योगिक विशेषज्ञ सिक्योरिटी के भविष्य और आधुनिक टेक्नोलॉजी के साथ इसके संबंध के बारे में चर्चा कि हैं। यह समिट पीएचडी हाउस, नई दिल्ली में आयोजित की गई।
समिट में जुएल ओराम, मंत्री, जनजातीय मामले और जनरल डॉ. वीके सिंह, पीवीएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम (रिटायर्ड), पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता लेफ्टिनेंट जनरल एम यू नायर, पीवीएसएम, एवीएसएम, एसएम, राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक (एनसीएससी), भारत सरकार ने किया। इस मौके पर जनरल डॉ. वी के सिंह कैप्सी का ‘सुरक्षित भारत-विकसित भारत 2047’ दस्तावेज जारी किए, जिसमें सिक्योरिटी सेवाओं, महिला सुरक्षा, अंतर्राष्ट्रीय प्राईवेट जांच-पड़ताल में एआई की भूमिका और पुलिस की रणनीतियों के साथ प्राईवेट सिक्योरिटी को शामिल करने जैसे विषयों पर ध्यान केंद्रित किए।
जुएल ओराम एडैप्टिव सिक्योरिटी मॉडल के निर्माण में पब्लिक-प्राईवेट पार्टनरशिप्स पर चर्चा की वहीं लेफ्टिनेंट जनरल एम यू नायर राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एआई और ड्रोन जैसी आधुनिक टेक्नोलॉजी के तालमेल के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दिए।
बताते चलें कि देवव्रत गोस्वामी ने उत्तराखंड की प्रतिष्ठित स्वेदेशी कंपनी के लिए फ्रॉड इन्वेस्टीगेशन करके उनकी काफी मदद की हैं जिसमे कॉर्पोरेट सेक्टर में इंडस्ट्रीज को काफी मदद मिली।कई कॉर्पोरेट कम्पनीज अपने एम्प्लाइज को रखने से पहले उसका बैकग्राउंड चेक करवा रहे है साथ ही कम्पनीज कम्पीटेटर इन्वेस्टीगेशन व पार्टनरशिप इन्वेस्टीगेशन भी करवा रहे जिसमे देवव्रत गोस्वामी प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर द्वारा इस इन्वेस्टीगेशन को किया जा रहा है। देवव्रत गोस्वामी ने उत्तराखंड में डाइवोर्स केसेस में सही ढंग से तथ्ये लाकर कोर्ट में दिए जिससे लोगो को अपने केस में जीत हासिल हुई हैं और वैवाहिक जीवन को सुगम बनाया है। बदलते सामाजिक परिवेश में अब आम लोग भी प्राइवेट इन्वेस्टिगेटर की मदद ले रहे हैं जिससे लोगों को अपनी शादी से पहले भी अपने होने वाले पार्टनर की जांच पड़ताल अच्छे ढंग से करवा रहे हैं जिससे उन्हें सही पार्टनर ढूंढ़ने में सही फैसला ले सके।