सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड ने साल-दर-साल राजस्व में 19% की बढ़ोतरी की।
सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड ने साल-दर-साल राजस्व में 19% की बढ़ोतरी की।
सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड ने साल-दर-साल राजस्व में 19% की बढ़ोतरी की।
उत्तराखंड (देहरादून) मंगलवार, 05 नवंबर, 2024
सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड cGMP के अनुरूप कारोबार का संचालन करने वाली कंपनी है, जिसका API विनिर्माण में ट्रैक रिकॉर्ड बेहद दमदार रहा है, और यह कंपनी एंटी-हिस्टामाइन, एंटी-एलर्जिक, विटामिन, एनेस्थेटिक तथा एंटी-अस्थमेटिक सहित चिकित्सा के अलग-अलग क्षेत्र से संबंधित प्रोडक्ट्स पर विशेष ध्यान देती है। आज इस कंपनी ने वित्त-वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के लिए अलेखापरीक्षित वित्तीय विवरण जारी किए हैं। कंपनी ने दुनिया भर के 86 से ज़्यादा देशों में अपना कारोबार फैलाया है।
Q2 FY25 की मुख्य बातें:
सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड ने वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में अपने राजस्व में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी, जो साल-दर-साल 18.6% की वृद्धि के साथ वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में 140.1 करोड़ रुपये की तुलना में 166.1 करोड़ रुपये तक पहुँच गई।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने 53.1% की वृद्धि के साथ 120.13 करोड़ रुपये का सकल लाभ दर्ज किया, जो वित्त-वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 78.46 करोड़ रुपये था।
वित्त-वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के दौरान 39.0% के EBITDA मार्जिन के साथ EBITDA 64.72 करोड़ रुपये रहा, जबकि इसकी तुलना में वित्त-वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 22.7% के EBITDA मार्जिन के साथ EBITDA 31.75 करोड़ रुपये था। यह पिछले वर्ष की तुलना में 103.8% की बढ़ोतरी को दर्शाता है।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कर अदायगी के बाद लाभ (PAT) 46.15 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में 23.88 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में PAT मार्जिन 27.8% रहा, जबकि वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में यह 17.0% था।
दूसरी तिमाही के दौरान कारोबार में हुई प्रगति में एनाल्जेसिक और एनेस्थेटिक सेगमेंट की सबसे अहम भूमिका रही, तथा कंपनी के कुल राजस्व में इनकी हिस्सेदारी 54.9% थी, जबकि वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में इनकी हिस्सेदारी 50.0% थी। एंटी-अस्थमेटिक सेगमेंट ने पिछले साल की इसी अवधि में 7.2% की तुलना में 9.2% का योगदान दिया।
वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में हमारे व्यापार राजस्व में यूरोपीय बाजार का योगदान 45% है, जो वित्त वर्ष 24 की पहली छमाही में 39% से अधिक है।
एनेस्थेटिक थेरेपी की बात की जाए, तो इस क्षेत्र में कंपनी ने 3 ANDA परियोजनाओं की शुरुआत की है तथा एंटी हाइपरटेंसिव एवं विटामिन के लिए भी ANDA परियोजनाओं पर काम कर रही है।
नई क्षमता वृद्धि के बाद, क्षमता उपयोग वित्त वर्ष 22 में 47% की तुलना में तेजी से बढ़कर वित्त वर्ष 24 में 86% हो गई है। कंपनी ने भविष्य में विभिन्न व्यावसायिक की प्रगति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न संयंत्रों के पास तीन अलग-अलग भूखंडों का अधिग्रहण किया है।
सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड ने पूरी दुनिया में अपनी मौजूदगी के दायरे को बढ़ाना जारी रखा है, और फिलहाल कंपनी 128 से ज़्यादा देशों में 1,700 से अधिक ग्राहकों के साथ कारोबार कर रही है। नए ग्राहकों को अपने साथ जोड़कर लगातार प्रगति करने और आगे के विस्तार को सुनिश्चित करने के लिए, कंपनी ने सुनियोजित तरीके से इन भौगोलिक क्षेत्रों को अपनी समर्पित सेल्स टीम के बीच बाँट दिया है।
मौजूदा वित्तीय परिणामों के बारे में अपनी राय जाहिर करते हुए, सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष एवं WTD, डॉ. सतीश वाघ ने कहा, “हम अनुसंधान एवं विकास के ज़रिये इनोवेशन के अपने संकल्प पर कायम रहे हैं, जिसने हमारे लिए निरंतर प्रगति और विस्तार की राह आसान बना दी है। लोटे परशुराम में अत्याधुनिक सुविधाओं वाली हमारी R&D लैब की शुरुआत और आगामी अंबरनाथ फैसिलिटी के साथ, हम अपने मौजूदा पोर्टफोलियो में इज़ाफ़ा करने के लिए नए-नए प्रोडक्ट्स के विकास और CMO/CDMO से जुड़ी संभावनाओं पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। दुनिया के प्रमुख क्षेत्रों में अपनी मौजूदगी के दायरे को बढ़ाते हुए, हम खास तौर पर विनियमित बाजारों में नए ग्राहकों को अपने साथ जोड़ने के लिए नियामक तथा सेल्स टीमों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमने हाल ही में यूरोप की एक प्रमुख कंपनी के साथ 10 सालों का अनुबंध किया है, जो इस बात को दर्शाता है कि हम जटिल रासायनिक प्रक्रियाओं को संभालने में पूरी तरह सक्षम है, साथ ही यह इस प्रकार के अवसरों के लिए मंच तैयार करता है। हम धीरे-धीरे अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बना रहे हैं, जिसमें वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही तक लोटे परशुराम की क्षमता को बढ़ाकर 1,020 किलोलीटर करना भी शामिल है, और इस तरह हम एक मजबूत भविष्य के लिए आधार तैयार कर रहे हैं।