उत्तराखंड
भागवत कथा में आचार्य नीरज फोनेदानी जी ने कहा कि मानव अपने जीवन में भागवत स्वरूपी गंगा का श्रवण करता है वह मनुष्य सामान्य मनुष्य नहीं रहता।
भागवत कथा में आचार्य नीरज फोनेदानी जी ने कहा कि मानव अपने जीवन में भागवत स्वरूपी गंगा का श्रवण करता है वह मनुष्य सामान्य मनुष्य नहीं रहता।
भागवत कथा में आचार्य नीरज फोनेदानी जी ने कहा कि मानव अपने जीवन में भागवत स्वरूपी गंगा का श्रवण करता है वह मनुष्य सामान्य मनुष्य नहीं रहता।
उत्तराखंड (देहरादून) बुधवार, 25 सितम्बर 2024
राम भवन शिव मंदिर चखू वाला में पितृ मुक्ति हेतु चल रही भागवत कथा में आचार्य नीरज फोनेदानी जी ने कहा कि भगवान की भक्ति से मनुष्य को परम गति की प्राप्ति होती है।
जो भी मानव अपने जीवन में भागवत स्वरूपी गंगा का श्रवण करता है वह मनुष्य सामान्य मनुष्य नहीं रहता है जिस प्रकार परीक्षित जीने अपनी मुक्ति हेतु वेदव्यास के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करके अपने उस रक्षक रूपी भयको को दूर कर और अंत लोक में मुक्ति की प्राप्ति करी।
इस अवसर पर आचार्य संदीप बहुगुणा, श्री सुनील मंगाई, देवेश बहुगुणा, रवि शर्मा, अरुण शाह, मदन गोपाल, भागीरथ ध्यान, गोपी जोशी समस्त राम भवन शिव मंदिर के सदस्य उपस्थित रहे।