राष्ट्रवादी आर.टी.आई एक्टिविस्ट एंड ह्यूमन राइट्स फेडरेसन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह ललकार ने कहा की खलंगा में ना काटे जाये हरे भरे पेड़ ।
राष्ट्रवादी आर.टी.आई एक्टिविस्ट एंड ह्यूमन राइट्स फेडरेसन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह ललकार ने कहा की खलंगा में ना काटे जाये हरे भरे पेड़ ।
राष्ट्रवादी आर.टी.आई एक्टिविस्ट एंड ह्यूमन राइट्स फेडरेसन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह ललकार ने कहा की खलंगा में ना काटे जाये हरे भरे पेड़ ।
उत्तराखंड (देहरादून) शुक्रवार, 17 मई 2024
खलंगा में हरे भरें पैड़ पौधे ना काटे जाये क्योकि पैड़ पौधे जीवन का अधिकार है ना केवल इन से हमें प्राण वायु प्राप्त होती है अपितु हमारी हर जरुरत को पूरा कर उसकी पूर्ति प्रकृति करती है और प्रकृति का सरक्षण करना हमारा नैतिक कर्तव्य भी है और धर्म ग्रंथो में भी इसका वर्णन मिलता है और पूर्व भी उत्तराखंड ने केदारनाथ की आपदा तो देखी है और उस विनाश लीला को कभी भुलाया नहीं जा सकता है।
सोंग बाँध परियोजना के नाम पर 2000 पैड़ पौधे का कटान करना कतई मंजूर नहीं किया जा सकता है। कुटुंब परिवार समाजिक संगठन व राष्ट्र वादी आर टी आई एक्टिविस्ट एंड ह्यूमन राइट्स फेडरेसन भारत व गेवल धार्मिक संगठन द्वारा सरकार से माँग की कि तत्काल ही इस फैसले पर रोक लगा कर पर्यवारण का सरक्षण करना सरकार भी कर्तव्य बनता है। जीवन के अधिकार की रक्षा के साथ मौलिक व मानवाधिकार की रक्षा करें।
बैठक को सम्बोधित करते हुऐ राष्ट्रीय अध्यक्ष कुटुंब परिवार समाजिक संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्ण गोपाल रुहेला ने कहा प्रकृति का सरक्षण व सवर्धन करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है ना केवल प्रकृति ने हमें जीवन दिया है अपितु भोजन व अन्य जरूरतों के साथ जीवन भी प्रदान किया है और ऑक्सीजन भी दिया है प्रकृति को बचाने के लिये हम सब को आगे आकर ना केवल वृक्षारोपण करना है अपितु जहाँ खालंगा जैसी योजनाओं के द्वारा वृक्षों को काटा जाना है उसका भी विरोध करना है।
राष्ट्रवादी आर.टी.आई एक्टिविस्ट एंड ह्यूमन राइट्स फेडरेसन भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप सिंह ललकार ने कहा की सरकार की कोई भी योजना नागरिकों के जीवन के अधिकार से बड़ी नहीं हो सकती है। सरकार को योजनाओं को बनाते हुऐ जीवन के अधिकार मौलिक अधिकारों मानवाधिकारों का भी ध्यान रखना चाहिए।
गेवल धार्मिक संगठन के अध्यक्ष संजीव सिंह बिस्ट ने कहा की सरकार को तुरंत खलंगा में वृक्षों के कटान को रोकने के लिये आदेश पारित कर जीवन के अधिकार को महत्व देना चाहिए।
इस बैठक में वेद गुप्ता, राकेश शर्मा, राकेश भट्ट, शिवम् भट्ट, अरविन्द मल्होत्रा,मनीष रुहेला,गोपाल रुहेला, जगदीश पोखरियाल, कैलाश सेमवाल, विजेंद्र सेमवाल, अमित वर्मा,राहुल सोनकर, एडवोकेट मनीष, दीपक गुसाईं,शुभम ठाकुर, हेमंत शर्मा, राजकुमार, दारा सिंह, राजेश नाथ, पारस थपलियाल, वैभव पंथ, अभिषेक राघव, गौरव नौटियाल, मनप्रीत सिंह, गुरदीप कौर, कुलबीर चन्नी, लक्ष्मी पाल आदि मौजूद रहे।