प्रांतीय उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन समिति की नर्सिंग सेवाओं को सशक्त बनाने के संबंध में चिकित्सा शिक्षा के पदाधिकारियों संग हुई बैठक।
प्रांतीय उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन समिति की नर्सिंग सेवाओं को सशक्त बनाने के संबंध में चिकित्सा शिक्षा के पदाधिकारियों संग हुई बैठक।

प्रांतीय उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन समिति की नर्सिंग सेवाओं को सशक्त बनाने के संबंध में चिकित्सा शिक्षा के पदाधिकारियों संग हुई बैठक।
उत्तराखंड (देहरादून) वीरवार , 16 अप्रैल 2025
प्रांतीय उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन के पदाधिकारियों की समिति द्वार बुधवार को देहरादून में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अध्यक्षा श्रीमती नीलम अवस्थी महामंत्री रवि एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की गई। इस बैठक का उद्देश्य राजकीय मेडिकल शिक्षा संघ को उत्तराखंड नर्सेज सर्विसेज एसोसिएशन में मर्ज (विलय) करना था, जिससे राज्य की नर्सिंग सेवाओं को अधिक संगठित, प्रभावी और एकजुट बनाया जा सके।
बैठक में उत्तराखंड नर्सेज संघ की महामंत्री श्रीमती एलवीना, उपाध्यक्ष श्री गिरीश चंद्र, प्रवक्ता श्रीमती रीतू सिंह की एक विशेष समिति के पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस मौके पर प्रदेश प्रभारी गिरीश उनियाल ने नर्सिंग सेवाओं में आ रही प्रशासनिक एवं संरचनात्मक बाधाओं को विस्तार से रखा और बताया कि किस तरह अलग-अलग संघों के कारण कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान कठिन हो जाता है।
महामंत्री एलवीना ने बैठक में एकीकृत संगठन की आवश्यकता का प्रस्ताव रखा! उन्होंने कहा कि वर्तमान में नर्सिंग स्टाफ दो अलग-अलग संगठनों से जुड़े हुए हैं – एक चिकित्सा शिक्षा विभाग के अंतर्गत और दूसरा चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत। इससे नीतियों और सुविधाओं में असमानता पैदा होती है। यदि दोनों का एकीकरण किया जाए तो एकसमान नीतियों का लाभ सभी को मिलेगा।
उपाध्यक्ष श्री गिरीश चंद्र ने कहा कि नर्सिंग संवर्ग की समस्याओं का त्वरित समाधान: विलय के बाद राज्य स्तर पर एक मजबूत संगठन खड़ा होगा जो नर्सेज की मांगों और समस्याओं को सीधे शासन स्तर तक पहुंचाने में सक्षम होगा।
प्रवक्ता श्रीमती रीतू सिंह ने कहा कि प्रशासनिक जटिलताओं में कमी आएगी! जब सभी नर्सिंग अधिकारी एक ही संगठन के अंतर्गत आएंगे, तो प्रशासनिक कार्यों में भी पारदर्शिता और गति आएगी।
बैठक में उपस्थित चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस प्रस्ताव पर सहमति जताते हुए कहा कि यह कदम न केवल नर्सिंग सेवाओं को सशक्त बनाएगा, बल्कि विभागीय समन्वय को भी बेहतर करेगा।
प्रदेश प्रभारी गिरीश उनियाल ने कहा, “यह सिर्फ एक बैठक नहीं, बल्कि उत्तराखंड में नर्सिंग सेवा के एक नए युग की शुरुआत है। हम सभी नर्सेज को एक मंच पर लाकर, उनकी आवाज को शासन तक मजबूती से पहुंचाएंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में जिलों स्तर पर भी इसी तरह की बैठकें आयोजित की जाएंगी ताकि मर्ज प्रक्रिया को जमीनी स्तर तक सफल बनाया जा सके।
उत्तराखंड की स्वास्थ्य सेवाओं में नर्सेज की भूमिका अहम रही है। यदि यह मर्ज प्रस्ताव साकार होता है, तो इससे न केवल नर्सिंग अधिकारीयों को लाभ होगा, बल्कि स्वास्थ्य व्यवस्था भी अधिक संगठित और प्रभावशाली होगी। बैठक ने एक सकारात्मक संदेश दिया है कि राज्य में नर्सेज के अधिकारों और विकास की दिशा में ठोस कदम उठाए जायेंगे।