उत्तराखंड

जिला हरिद्वार हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण रात में बॉडी को चूहों ने कुतर डाला।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने भी इस संबंध में जांच करने की बात कही

जिला हरिद्वार हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण रात में बॉडी को चूहों ने कुतर डाला।

उत्तराखंड (देहरादून) मंगलवार, 09 दिसंबर 2025

जिला हरिद्वार हॉस्पिटल में ज्वालापुर के निवासी लखन शर्मा उर्फ लकी की मृत्यु के के मामले को को देखते हुए हरिद्वार के अरुण भदोरिया एडवोकेट, कमल भदोरिया एडवोकेट ,श्रीमती सुमेधा भदोरिया एडवोकेट पत्नी श्री अनिरुद्ध प्रताप सिंह, चेतन भदोरिया LLB अध्यनरत ,आयुष जायसवाल LLB अध्यनरत शाहनवाज मलिक LLB अध्यनरत श्री महंत स्वामी हेमानंद सरस्वती द्वारा राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड देहरादून ने प्रमुखसचिव उत्तराखंड , प्रमुख सचिव स्वास्थ्य विभाग उत्तराखंड शासन देहरादून को पक्षकार बनाते हुए याचिका दायर की है याचिका में बताया गया कि लखन शर्मा जो पंजाबी धर्मशाला ज्वालापुर में 15 साल से मैनेजर थे 5 दिसंबर 2025 में एक दुकान पर जाने पर उनके द्वारा अचानक गिर जाने से उनका स्वर्गवास हो गया था और उनके शरीर को मोर्चरी में 5 दिसंबर 2025 में हार्ट अटैक की मृत्यु के बाद रखा गया तो रात अधिक होने के कारण पोस्टमार्टम 612.2025 में होना था लेकिन अगले दिन स्वर्गीय लखन शर्मा के पोस्टमार्टम करने के लिए उनके परिवार के लोग जब मोर्चरी हरिद्वार पहुंचे तो उन्होंने देखा कि शरीर के चेहरे सिर व आंख पर गहरे निशान थे आंख भी बाहर निकली हुई थी और आसपास चूहा दौड़ते दिखाई दे रहे थे जिससे स्पष्ट हो गया कि स्वास्थ्य विभाग के लापरवाही के कारण रात में बॉडी को चूहों ने कुतर डाला ।मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने भी इस संबंध में जांच करने की बात कही है मोर्चरी के संविदा कर्मी ने भी चार बार लिखित में प्रार्थना पत्र दिया परंतु तब भी खराब डीप फ्रीजर को दुरुस्त नहीं किया क्योंकि स्वास्थ्य विभाग इस अन होनि घटना की इंतजार में था ।

पहले भी कई घटनाएं जिला अस्पताल हरिद्वार में मोर्चरी में लगातार लापरवाही की आई है 9 जुलाई 2025 को एक लावारिस युवक की बॉडी पोस्टमार्टम करने के लिए जब पुलिस द्वारा दी गई और कब्रिस्तान में पहुंचने पर उसे बॉडी को धार्मिक रीति रिवाज के अनुसार गुसल करने के लिए खोला गया तो देखा कि पोस्टमार्टम के बाद टांके ही नहीं लगे थे गर्दन से नीचे से लेकर पेट तक कटा हुआ था जिसकी वीडियो भी वायरल हुई दिनांक 22.6.2025 में भी एक व्यक्ति की बॉडी मोर्चरी में मिली था जो 11 दिन तक मोर्चरी में रखा गया इस प्रकरण पर भी परिजनों और आम लोगों ने काफी हंगामा किया इन घटनाओं के तहत मानवाधिकार का उल्लंघन स्पष्ट देखते हुए हिंदुस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने भी अनेक निर्णय में कहा है कि right to dignity extends even after death। भदोरिया एसोसिएट ने राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड देहरादून से यह मांग की है कि लखन शर्मा उर्फ लकी के परिवार जनों को एक करोड रुपए का मुआवजा दिलाया जाए जिला अस्पताल के अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित की जाए ,मोर्चरी में लगे सभी डिप फ्रीजर व सुरक्षा व्यवस्था की वास्तविकता जांच कराई जाए जिला अस्पताल के समस्त स्टाफ व प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ विभाग किए दंडात्मक कार्रवाई इस बिंदु पर भी की जाए की संविदा कर्मी के द्वारा चार बार पत्र लिखे जाने के बाद युद्ध भी डीप फ्रीजर नहीं सुधरे गए भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए आयोग हॉस्पिटल को समुचित दिशा निर्देश जारी करें इस मामले की तत्काल स्वतंत्र जांच किसी वरिष्ठ अधिकारी की समिति से उसमें वरिष्ठ अधिवक्ताओं को शामिल करके कराई जाए अब इस प्रकरण में राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तराखंड क्या-क्या कार्रवाई करेगा यह भविष्य ही बता पाएगा।


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