बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर जेनरेटिव एआई पर हैकाथॉन का शुभारंभ किया।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर जेनरेटिव एआई पर हैकाथॉन का शुभारंभ किया।
बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर जेनरेटिव एआई पर हैकाथॉन का शुभारंभ किया।
उत्तराखंड (देहरादून) सोमवार, 10 जून 2024
भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंकों में से एक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा (बैंक) ने आज माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (GenAI) पर राष्ट्रीय स्तर के ऑनलाइन हैकाथॉन के शुभारंभ की घोषणा की है। बैंक द्वारा निर्धारित विशिष्ट व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए समाधान तैयार करने के संबंध में प्रतिभागियों को GenAI टेक्नोलॉजी के उपयोग द्वारा इनोवेटिव सॉल्यूशंस विकसित करने हेतु प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से इस हैकाथॉन का आयोजन किया गया है। प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान अर्जित करने वाली तीन टीमों को 5 लाख रुपये, 3 लाख रुपये और 2 लाख रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, साथ ही बैंक हैकाथॉन के दौरान सामने आने वाले सबसे सर्वोत्तम अवधारणा को अमल में लाने पर विचार करेगा।
दो महीने तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में व्यक्ति अकेले और टीम के साथ भाग ले सकते हैं, जिसमें डेवलपर्स, छात्र, प्रोफेशनल लोग, स्टार्ट-अप और फिनटेक शामिल हैं और इसमें नए विचारों को प्रस्तुत करने के साथ-साथ प्रोटोटाइप विकसित करने पर ध्यान दिया जाएगा। बैंक ऑफ़ बड़ौदा को 6 क्षेत्रों: यानी ग्राहक सेवा, वित्तीय सलाह, लेखा-परीक्षण एवं अनुपालन, जोखिम प्रबंधन, परिचालन दक्षता और वैयक्तिकृत कंटेंट्स के निर्माण में नवोन्मेषी समाधानों को तलाशना है।
इस अवसर पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के कार्यपालक निदेशक, श्री संजय मुदालियर ने कहा “बैंक ऑफ़ बड़ौदा नवोन्मेषिता के क्षेत्र में अग्रणी बने रहने के अपने संकल्प पर कायम है। बैंकिंग उद्योग का बड़ी तेजी से विकास हो रहा है, ऐसे में जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आगमन ने इसके दायरे को और बढ़ा दिया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, खास तौर पर जेनरेटिव एआई की बात की जाए, तो इसमें बैंकिंग के प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदलने की असीमित संभावनाएं हैं, जो बेहतर ग्राहक अनुभव प्रदान करने, परिचालन प्रक्रिया को व्यवस्थित करने और कार्य-क्षमता बढ़ाने के नए तरीके पेश करता है। हमें विश्वास है कि हम अपनी तरह की आधुनिक सोच रखने वाले इनोवेटर्स के साथ मिलकर बदलाव लाने वाले ऐसे समाधान तैयार कर सकते हैं जिससे बैंकिंग के मायने बदल जाएंगे और यह पहले से अधिक बेहतर हो जाएगा। हमें इस पहल में माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी करके भी खुशी हो रही है।
इस पहल पर अपनी राय जाहिर करके हुए, श्री पुनीत चंडोक, अध्यक्ष, माइक्रोसॉफ्ट इंडिया एवं साउथ एशिया ने कहा, “माइक्रोसॉफ्ट और बैंक ऑफ़ बड़ौदा के विजन में समानता को देखते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है और दोनों टेक्नोलॉजी पर आधारित भारत का निर्माण करना चाहते हैं। हमारा यह सफ़र एज़्योर ओपनएआई के डिजिटल इनोवेशन से प्रेरित है और हम साथ मिलकर ग्राहक बैंकिंग में बड़े बदलाव के युग की शुरुआत कर रहे हैं। जेन एआई हैकाथॉन बैंक ऑफ़ बड़ौदा की पहल है और हम आशा करते हैं कि डेवलपर्स इस पहल के माध्यम से भारतीय बैंकिंग क्षेत्र के लिए अद्वितीय डिजिटल सॉल्यूशंस तैयार करने के लिए एज़्योर ओपनएआई की क्षमताओं का उपयोग करेंगे।”
प्रतिभागी https://bobhackathon.com पर जाकर हैकाथॉन में सहभागिता कर सकते हैं। प्रतिभागी अधिकतम चार लोगों की टीम बनाकर इसमें भाग ले सकते हैं। व्यक्ति अकेले और टीम के साथ हैकाथॉन के लिए पंजीकरण कर सकते हैं और अपने विचार 10 जून, 2024 से 30 जून, 2024 (दोनों तारीख शामिल है) तक प्रस्तुत कर सकते हैं। इनमें से चुनी गई टीमों को एक प्रोटोटाइप विकसित करने हेतु अनुरोध किया जाएगा और इसी के आधार पर विजेताओं का चयन किया जाएगा। चुनी गई टीमों को एज़्योर क्रेडिट और तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे, साथ ही माइक्रोसॉफ्ट तथा बैंक ऑफ़ बड़ौदा के विषय-विशेषज्ञों की ओर से उनके लिए परामर्श सत्र आयोजित किए जाएंगे।